Rajneeti Ke Bazaar Mein
राजनीति के बाजार में लड़ रहे हैं वो रण,
जनता के दिलों को जीतने की है उनकी यह मौन।
वादों के सांसार में सजते हैं जनता के सफ़र,
पर कहाँ तक रहेगा वो वफ़ादार राजनीति का तस्वीर।
सियासत के दायरे में उमंगों का रंग है,
नागरिकों की आवाज़ से ही रूप बनती है सियासत की तस्वीर।
जनता के विश्वास में बसे हैं नेता जो सच्चे,
राष्ट्र को लेकर जाने उनकी दृढ़ता विश्वासयुत।
राजनीति के संघर्ष में उतरे हैं वो साहसी संघर्षी,
बनेंगे वो नेता जो जीतेंगे सदा सर्वदा जनता के साथ।
सियासत के चक्र में निखरेंगे वो समर्थन, जो रचते हैं वो सम्मान,
नेता जिसका सच्चा, जनता के दिलों के पार संवेदनशील और समर्थनीय।
राजनीति के बाजार में